• अबाउट
  • प्राइवेसी
  • संपर्क
Ganga News
  • होम
  • देश
  • विचार
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
  • तकनीक
  • सामाजिक
  • More
    • प्लेस
    • जानकारी
    • साहित्य
    • ब्रेकिंग न्यूज़
    • शिक्षा
    • व्यक्ति
No Result
View All Result
Ganga News
  • होम
  • देश
  • विचार
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • राज्य
  • लाइफस्टाइल
  • तकनीक
  • सामाजिक
  • More
    • प्लेस
    • जानकारी
    • साहित्य
    • ब्रेकिंग न्यूज़
    • शिक्षा
    • व्यक्ति
No Result
View All Result
Ganga News
No Result
View All Result
Home शिक्षा

वाक्य रचना की अशुद्धियाँ, पदक्रम और अन्वय

by gnstaff
October 31, 2019
in शिक्षा
पद परिचय और पद परिचय में भिन्नता
Share on FacebookShare on TwitterShareShare

वाक्य रचना व्याकरण के नियमों के अनुसार होनी चाहिए! इसमें उसकी सार्थकता बनी रहती है! व्याकरण के नियमों की अनदेखी करके वाक्य-रचना करने से वे अशुद्ध और अप्रभावशाली हो जाते हैं; जैसे – पकड़ो अवश्य चोर है, ये वाक्य व्याकरण सम्मत नहीं है! वाक्यों की शुद्धता के लिए ‘पदक्रम’ और ‘अन्वय’ का पालन करना अनिवार्य होता है!

 

१. पदक्रम ( Order ) – पदक्रम में निम्नलिखित बिन्दुओं का पालन किया जाता है –

RelatedPosts

विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

भारत के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण्य और राष्ट्रिय उद्यान

भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना

(i) वाक्यों में आने वाले प्रत्येक पद का क्रम निश्चित होता है! इसमें कर्ता वाक्य के आरंभ में, कर्म मध्य में और क्रिया का प्रयोग अंत में किया जाता है; जैसे – मैंने नाटक में भाग लिया!

(ii) जिसके विषय में प्रश्न किया जाता है, प्रश्नवाचक पद उससे पहले आता है; जैसे – मनोहर किस डॉक्टर के पास गया?

(iii) विस्मयादिसूचक और संबोधन पद वाक्य के आरंभ में आते हैं; जैसे – शाबाश! हमें तुम पर गर्व हैं!

(iv) पूर्वकालिक क्रिया सदा मुख्य क्रिया से पहले आती है; जैसे – प्रतिभा ने बर्फ डालकर शरबत पिलाया!

(v) विशेषणों का प्रयोग संज्ञा से पहले किया जाता है; जैसे – मेरी सफेद कमीज कहाँ है?

(vi) क्रिया-विशेषणों का प्रयोग क्रिया से पहले किया जाता है; जैसे – विद्यार्थी धीरे धीरे गाते हैं!

(vii) मत, नहीं, न – इन निषेधात्मक पदों का प्रयोग क्रिया से पहले किया जाता है; जैसे – बाजार में बिकने वाले कटे फल मत खाओ!

(viii) प्रत्येक पद का उचित प्रयोग किया जाता है; जैसे – बाजार चलाकर साईकिल जाओ (अशुद्ध है)! – साईकिल चलाकर बाजार जाओ (शुद्ध है)!

(ix)यदि ‘न’ का प्रयोग अनुरोध करने के लिए किया जाता है तो इसे वाक्य के अंत में लिखते और बोलते हैं; जैसे – हमारे साथ चलिए न!, मान जाइए न!

(x) ही, तक, भी, मात्र, केवल, भर, तो आदि निपात या अवधारक पदों का प्रयोग उस पद के पश्चात् किया जाता है, जिन पदों पर बल दिया जाता है; जैसे – रेशमा बंगलौर ही जाएगी! मुकेश लस्सी भी पीना चाहता है!

(xi) करण, संप्रदान, अपादान, संबंध – इन कारकों का प्रयोग कर्ता और कर्म के मध्य किया जाता है; जैसे – मनीषा का भाई पूना चला गया!

 

२. अन्वय ( Co-ordination ) – वाक्य में आने वाले विभिन्न पदों जैसे – लिंग, वचन, कारक, पुरुष और काल आदि में एकरूपता होती है! इसके अनुसार ही क्रिया का प्रयोग होता है! इन पदों में होने वाली एकरूपता को अन्वय कहते हैं!

(क) कर्ता और क्रिया में अन्वय :

(i) यदि वाक्य का कर्ता विभक्ति रहित हो तो क्रिया सदा कर्ता के अनुसार होती है; जैसे – रामू बरतन माँजता है!

(ii) यदि कर्ता के साथ ‘ने’ विभक्ति का प्रयोग होता है तो क्रिया कर्म के अनुसार होती है; जैसे – कवयित्रियों ने गीत गाए! वासुदेव ने चूड़ियाँ मंगाई!

(iii) यदि कर्ता और कर्म दोनों के साथ विभक्ति का प्रयोग किया जाता है तो क्रिया पुल्लिंग और एकवचन होती है; जैसे – अध्यापिका ने छात्रा को डांटा! मम्मी ने दूध को उबाला!

(iv) यदि कर्ता एक से अधिक होते हैं और उनके साथ विभक्ति नहीं लगती तो क्रिया कर्ताओं के लिंग के अनुसार होती है! ये कर्ता और आदि से समुच्चयबोधक से जुड़े होते हैं; जैसे – मनोज, रमेश और सुरेश पुस्तकें बेच रहे हैं!

(v) कर्ता के लिंग का पता न होने पर क्रिया पुल्लिंग होती है; जैसे – कोई घंटी बजा रहा है!

(vi) विभाक्तिरहित कर्ता यदि ‘या’ से जुड़े होते हैं तो क्रिया अंतिम कर्ता के अनुसार होती है; जैसे – फूल माली या मालिन लाएगी!

(vii) यदि वाक्य में कर्ता के रूप में क्रमशः मध्यपुरुष, अन्य पुरुष और उत्तम पुरुष आएँ तो क्रिया उत्तमपुरुष के लिंग के अनुसार तथा बहुवचन होती है; जैसे – तुम, वह और मैं एकसाथ परिक्षा देने चलेंगे!

(viii) यदि एकवचन कर्ता का प्रयोग आदर-सम्मान के लिए किया जाता है तो क्रिया बहुवचन होती है; जैसे – डॉ अनिरुद्ध प्रसाद विमल समारोह के विशिष्ठ-अतिथि होंगे!

 

३. विशेष्य (संज्ञा) और विशेषण में अन्वय :

(i) संज्ञा के लिंग के अनुसार विशेषण का लिंग होता है; जैसे – रमा का बड़ा पुत्र इंजिनियर है!

(ii) यदि वाक्य में अनेक संज्ञाएँ हों और उनके लिए एक ही विशेषण आए तो विशेषण के लिंग और वचन उस विशेषण के बाद आई संज्ञा के अनुसार होते हैं; जैसे – उस बेंच पर मोटी महिला और पुरुष बैठे हैं!

(iii) यदि एक संज्ञा के लिए कई विशेषण आएँ तो विशेषण के लिंग और वचन संज्ञा के अनुसार होंगे; जैसे – प्यारा, दुलारा और नन्हा सोनू मुस्करा रहा था!

 

४. संज्ञा और सर्वनाम का अन्वय :

(i) संज्ञा के स्थान पर आने वाले सर्वनाम के लिंग और वचन, संज्ञा के लिंग और वचन के अनुसार होते हैं; जैसे – भैया आया है और वह कुछ दिन रहेगा!

(ii) आदर और सम्मानसूचक संज्ञाओं के स्थान पर आने वाले सर्वनामों का प्रयोग बहुवचन के रूप में होता है; जैसे – गुरु जी आए तो सबने उन्हें प्रणाम किया!

(iii) किसी विशेष वर्ग के लिए प्रयुक्त होने वाले संज्ञा पदों के स्थान पर आने वाला ‘मैं’ सर्वनाम पद ‘हम’ हो जाता है; जैसे – रमेश ने कहा कि हमें भगवान महावीर का अनुसरण करना चाहिए!

 

और पढ़ें (Next Topics) : विराम चिह्न क्या होता है और इसका क्या महत्व है?

 

उम्मीद है ये उपयोगी पोस्ट आपको जरुर पसंद आया होगा! पोस्ट को पढ़ें और शेयर करें (पढाएं) तथा अपने विचार, प्रतिक्रिया, शिकायत या सुझाव से नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमें अवश्य अवगत कराएं! आप हमसे हमसे  ट्विटर  और  फेसबुक  पर भी जुड़ सकते हैं!

Tags: Errors in hindi sentenceHindi Sentence FormationHindi Vyakaranहिंदी व्याकरण
Previous Post

विराम चिह्न क्या होता है और इसका क्या महत्व है?

Next Post

शब्द निर्माण, शब्द रचना, उपसर्ग और प्रत्यय

Related Posts

विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

भारत की प्रमुख झीलें एवं भारत के प्रमुख जलप्रपात

April 9, 2022

भारत के प्रमुख बाघ अभ्यारण्य कौन कौन हैं

March 21, 2022
विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

भारत के प्रमुख स्थानों के भौगोलिक उपनाम

March 21, 2022
विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

भारत के पडोसी देश, उससे लगते भारतीय राज्य एवं भारत के प्रमुख दर्रे

October 14, 2021
विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े भारत में प्रथम पुरुष तथा प्रथम महिला

October 14, 2021
विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

माप तौल के विभिन्न मात्रक

October 14, 2021
Next Post
पद परिचय और पद परिचय में भिन्नता

शब्द निर्माण, शब्द रचना, उपसर्ग और प्रत्यय

Leave Comment

Reccent Posts

BJP टीवी या अखबारों से नहीं अपने कार्यकर्ताओं के दम पर आगे बढ़ी है : PM Narendra Modi

BJP टीवी या अखबारों से नहीं अपने कार्यकर्ताओं के दम पर आगे बढ़ी है : PM Narendra Modi

March 29, 2023
akanksha dubey commits suicide in varansi sarnath

Akanksha Dubey Suicide : सुसाइड से पहले इंस्टाग्राम पर लाइव हुई थी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे

March 26, 2023
kashika kapoor collaborates mobile brand oppo for their new campaign

काशिका कपूर ने नए अभियान के लिए मोबाइल ब्रांड OPPO के साथ हाथ मिलाया

March 20, 2023
PM नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु मैसूर एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया

PM नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु मैसूर एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया

March 12, 2023
अनुष्का शर्मा और सलमान खान को पीछे छोड़ उर्वशी रौतेला बनी इन्स्टाग्राम पर सबसे ज़्यादा फॉलो वाले स्टार

अनुष्का शर्मा और सलमान खान को पीछे छोड़ उर्वशी रौतेला बनी इन्स्टाग्राम पर सबसे ज़्यादा फॉलो वाले स्टार

March 12, 2023
Aparna Nayr yo yo honey singh

यो-यो हनी सिंह की अभिनेत्री अपर्णा नायर के बारे में 10 अज्ञात तथ्य

March 12, 2023
  • अबाउट
  • प्राइवेसी
  • पोस्ट पॉलिसी
  • संपर्क
अपने विचार प्रकाशित करें।

© Ganga News - Hindi News Media Network

डी टीवी
  • देश
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • तकनीक
  • लाइफस्टाइल
  • विचार
  • सामाजिक
  • साहित्य
  • राज्य

© Ganga News - Hindi News Media Network