वाट्सएप ने कहा है कि वो रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पेमेंट संबंधी डाटा को देश में ही रखेगा। इसके लिए स्थानीय स्तर पर डाटा को सुरक्षित रखने की व्यवस्था कंपनी ने की है।
रिजर्व बैंक ने इस साल अप्रैल में जारी अपने सर्कूलर में कहा था कि सभी पेमेंट सिस्टम संचालकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि भुगतान से संबंधित सभी डाटा स्थानीय स्तर पर ही सुरक्षित रखा जाए। इसकी व्यवस्था करने के लिए सभी कंपनियों को 15 अक्टूबर तक का समय दिया गया था। रिजर्व बैंक ने कहा था कि डाटा के तहत प्रत्येक ट्रांजैक्शन की शुरु से लेकर अंत तक का विस्तृत ब्योरा होना आवश्यक है।
वाट्सएप के एक प्रवक्ता ने कहा है कि भारत में दस लाख से अधिक लोग वाट्सएप पेमेंट का परीक्षण कर रहे हैं। इसके तहत यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इसके जरिए भुगतान की व्यवस्था सुरक्षित और सरल है अथवा नहीं। प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने स्थानीय स्तर पर डाटा को स्टोर करने की व्यवस्था स्थापित कर ली है।
प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि जल्दी ही इस पेमेंट व्यवस्था को देश भर में उपलब्ध करा दिया जाएगा। इससे देश में वित्तीय समावेशन के लक्ष्यों को पाने में मदद मिलेगी। सौजन्य: दज!