• ENGLISH
  • JaiTV
  • Login
GANGA NEWS
  • होम
  • देश
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • तकनीक
  • विचार
  • बिज़नेस
  • विडियो
  • व्यक्ति
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • दिल्ली NCR
    • पंजाब
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • कर्नाटक
    • असम
  • अन्य
    • फैशन
    • खेल
    • जानकारी
    • अपराध
    • ब्रेकिंग न्यूज़
    • विज्ञान
    • स्वास्थ्य
    • शिक्षा
No Result
View All Result
GANGA NEWS
  • होम
  • देश
  • विदेश
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • तकनीक
  • विचार
  • बिज़नेस
  • विडियो
  • व्यक्ति
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • दिल्ली NCR
    • पंजाब
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • कर्नाटक
    • असम
  • अन्य
    • फैशन
    • खेल
    • जानकारी
    • अपराध
    • ब्रेकिंग न्यूज़
    • विज्ञान
    • स्वास्थ्य
    • शिक्षा
No Result
View All Result
GANGA NEWS
No Result
View All Result
Home शिक्षा

विशेषण किसे कहते हैं, विशेषण के भेद और विशेषणों की तुलना

by Ganga Info Desk
4 November 2019
in शिक्षा
hindi vyakaran gyan means hindi grammar ganga news
TwitterFacebookWhatsappTelegram

संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले पद को विशेषण ( Visheshan ) कहते हैं! विशेषण पद जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे ‘विशेष्य’ कहते हैं! विशेषण विशेष्य से पहले भी आ सकता है और बाद में भी! विशेष्य से पूर्व आने वाले विशेषण उद्देश्य विशेषण कहलाते हैं! तथा विशेष्य के बाद में आने वाले विशेषण विधेय विशेषण कहलाते हैं! जैसे – चतुर बालक काम कर लेते हैं (उद्देश्य विशेषण), यह बालक चतुर है (विधेय विशेषण)!

 

प्रविशेषण ( Pravisheshan ) – जो शब्द विशेषण शब्दों की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें प्रविशेषण कहते हैं! सामान्यतः प्रचलित प्रविशेषण हैं – बहुत, सबसे, अधिक, अत्यधिक, अत्यंत, बड़ा, खूब, बिलकुल, थोड़ा, कम, ठीक, पूर्ण, लगभग आदि!

RelatedPosts

Augmented Reality : चिकित्सा शिक्षा में संवर्धित वास्तविकता की संभावना

हृदय की शारीरिक रचना और यह पूरे शरीर में रक्त कैसे पंप करता है

वायु प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव

 

विशेषण के भेद (Kinds of Adjectives) – विशेषण चार प्रकार के होते हैं!

  1. गुणवाचक विशेषण (Qualitative Adjective)
  2. संख्यावाचक विशेषण (Numeral Adjective)
  3. परिणामवाचक विशेषण (Quantitative Adjective)
  4. सार्वनामिक विशेषण (Demonstrative Adjective)

 

१. गुणवाचक विशेषण – ऐसे विशेषण शब्द जिनके द्वारा संज्ञा और सर्वनाम शब्दों के गुण, दोष, रंग, रूप, आकार और स्थान आदि का बोध होता है, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं! जैसे – वह अच्छा लड़का है! गुणवाचक विशेषणों द्वारा संज्ञा और सर्वनाम शब्दों के दशा, दिशा, काल, स्वाद, रंग, स्थान, गुण, दोष, अवस्था, आकार, स्पर्श, गंध जैसे विशेषताओं का बोध होता है!

 

२. संख्यावाचक विशेषण – ऐसे विशेषण शब्द जिनसे संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की संख्या की विशेषता का बोध होता है, उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहते हैं! जैसे – रमेश दसवीं कक्षा में पढ़ता है! संख्यावाचक विशेषण के दो भेद होते हैं –

(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण – जो विशेषण, संज्ञा सर्वनाम शब्दों की संख्या संबंधी निश्चित विशेषता का बोध कराती है, उन्हें निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते है! – कोहली ने सौ रन बनाए! इससे संज्ञा सर्वनाम की गणना, क्रम, आवृति, समूह, समुच्चय, प्रत्येक आदि विशेषताओं का बोध होता है!

(ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण – जो विशेषण संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की संख्या संबंधी विशेषता का निश्चित बोध नहीं कराते, उन्हें अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं! जैसे – कोई, कुछ, अनेक, लाखों आदि!

 

३. परिमाणवाचक विशेषण – ऐसे विशेषण शब्द जिनसे संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की नाप तौल संबंधी विशेषता का बोध होता है, उन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं! जैसे – मोहन ने तीन किलो चीकू ख़रीदे! परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद होते हैं –

(i) निश्चित परिमाणवाचक विशेषण – जो विशेषण संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की परिमाण संबंधी निश्चित विशेषता का बोध कराते हैं उन्हें निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं! जैसे – एक किलो दूध, तीन मीटर कपड़ा!

(ii) अनिश्चित परिणामवाचक विशेषण – जो विशेषण संज्ञा और सर्वनाम शब्दों की परिभाषा संबंधी विशेषता का निश्चित बोध नहीं कराते उन्हें अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं; जैसे – थोड़ी सी चीनी, ज्यादा नमक आदि!

 

४. सार्वनामिक विशेषण – ऐसे सर्वनाम जो संज्ञा शब्दों के पहले आकर विशेषण का कार्य करते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं! जैसे – मेरी अध्यापिका, यह दुकान, कौन आदमी आदि!

सार्वनामिक विशेषण के ये रूप हो सकते हैं – (i) निश्चयवाचक/ संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण – उस किताब, यह कलम आदि! (ii) अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण – कोई सज्जन, कुछ चीज आदि! (iii) प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण – कौन आदमी, कौन सी किताब आदि! (iv) संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण – जो-वो, वह-जिसने आदि!

 

निश्चयवाचक सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर –

इन दोनों में शुक्षम अंतर है! निश्चयवाचक सर्वनाम किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, घटना आदि की निश्चितता का बोध कराता है, जबकि सार्वनामिक विशेषण से व्यक्ति, वस्तु, प्राणी आदि की विशेषता प्रकट होती है!

 

विशेषण ( Visheshan ) की रूप रचना –

विशेषण की रूप रचना संज्ञा की रूप रचना से प्रयाप्त मिलती है! दोनों में रूपावली वर्ग निर्धारण लिंग और शब्द के ध्वन्यात्मक स्वरुप पर होता है, तथा रूपावली वचन तथा विभक्ति के अनुसार चलता है! जैसे – अच्छा – अच्छी – अच्छे आदि!

 

विशेषणों की तुलना (Degree of Comparison) –

तुलना करने की दृष्टि से विशेषणों की तीन अवस्थाएँ होती हैं –

(i) मुलावस्था (Positive Degree) – मुलावस्था में विशेषणों का सामान्य प्रयोग होता है! इस स्थिति में विशेषण तुलना नहीं करते; जैसे – रश्मि ने सुन्दर चित्र बनाए!

(ii) उत्तरावस्था (Comparative Degree) – उत्तरावस्था में दो वस्तुओं, प्राणियों आदि के गुण दोषों की तुलना की जाती है! इसमें एक संज्ञा शब्द को दुसरे संज्ञा शब्द से श्रेष्ठ ये हिन दिखाया जाता है! इसके लिए से, से कम, से अधिक, की अपेक्षा, से कहीं और से बढ़कर आदि शब्द प्रयोग में लाए जाते हैं! जैसे – सिमरन बहन से डरपोक है!

(iii) उत्तमावस्था (Superlative Degree) – उत्तमावस्था में अनेक वस्तुओं और प्राणियों आदि में तुलना की जाती है! इसमें किसी एक को सबने श्रेष्ठ या सबसे कम दर्शाया जाता है! उत्तमावस्था में सर्वश्रेष्ठ, सबमें, सबसे बढ़कर, सर्वाधिक, सभी से आदि शब्द प्रयुक्त होते हैं! जैसे – इनमें रमेश सर्वश्रेष्ठ कवि हैं!

तुलनात्मक अवस्थाओं के रूप – संस्कृत और हिंदी के साथ ‘तर’ और ‘तम’ प्रत्यय लगाकर तुलनात्मक विशेषण शब्द बनाए जाते हैं; जैसे – मधुर – मधुरतर – मधुरतम, न्यून – न्यूनतर – न्यूनतम आदि!

 

विशेषण शब्दों की रचना – मूल विशेषण शब्द बहुत कम हैं! विशेषणों की रचना अन्य शब्दों से हुई है! संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और अव्यय शब्दों के साथ उपसर्ग और प्रत्यय लगाकर विशेषण शब्द बनाए जाते हैं! जैसे – पुलक – पुलकित, पल्लव – पल्लवित, कल्पना – काल्पनिक, चिंता – चिंतित, सुगंध – सुगंधित, आत्मा – आत्मिक आदि! विशेषण शब्द लिंग,  वचन  और  कारक की दृष्टि से बदल जाते हैं! जैसे – काला – काली – काले आदि!

और पढ़ें (Next Topics) : क्रिया, धातु, पहचान, क्रिया के भेद और कृदंत क्रिया

 

उम्मीद है ये उपयोगी पोस्ट आपको जरुर पसंद आया होगा! पोस्ट को पढ़ें और शेयर करें (पढाएं) तथा अपने विचार, प्रतिक्रिया, शिकायत या सुझाव से नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमें अवश्य अवगत कराएं! आप हमसे हमसे  ट्विटर  और  फेसबुक  पर भी जुड़ सकते हैं!

Tags: Hindi Vyakaranvisheshanविशेषणविशेषण के भेदविशेषणों की तुलनाहिंदी व्याकरण
Previous Post

नेहा और श्वेता ने अनु मलिक पर Me Too के आरोप लगाए

Next Post

पीएम मोदी का फैसला, RCEP का हिस्सा नहीं होगा भारत

Related Posts

general knowledge samanya gyan ganga news

विभिन्न क्षेत्रों में भारत और विश्व में प्रथम व्यक्ति तथा विभिन्न विषय

9 April 2022

भारत के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण्य और राष्ट्रिय उद्यान

9 April 2022

भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना

9 April 2022
general knowledge samanya gyan ganga news

भारत की प्रमुख झीलें एवं भारत के प्रमुख जलप्रपात

9 April 2022

भारत के प्रमुख बाघ अभ्यारण्य कौन कौन हैं

21 March 2022
general knowledge samanya gyan ganga news

भारत के प्रमुख स्थानों के भौगोलिक उपनाम

21 March 2022
Next Post

पीएम मोदी का फैसला, RCEP का हिस्सा नहीं होगा भारत

Recent News

Donald Trump की Afghanistan को धमकी, अगर Bagram Airbase नहीं दिया तो बहुत बुरा होगा

Donald Trump की Afghanistan को धमकी, अगर Bagram Airbase नहीं दिया तो बहुत बुरा होगा

22 September 2025
Navratri 2025 | शारदीय नवरात्रि में Maa Durga के नौ रूपों की पूजा की जाती है | Durga Puja

Navratri 2025 | शारदीय नवरात्रि में Maa Durga के नौ रूपों की पूजा की जाती है | Durga Puja

22 September 2025
Narendra Modi के 75 साल, संघर्ष, उपलब्धि और चुनौती की दास्तान बेमिसाल

Narendra Modi के 75 साल, संघर्ष, उपलब्धि और चुनौती की दास्तान बेमिसाल

17 September 2025
संसद द्वारा स्वीकृत WAQF Act 2025 के कई प्रावधानों पर Supreme Court ने लगाई रोक

संसद द्वारा स्वीकृत WAQF Act 2025 के कई प्रावधानों पर Supreme Court ने लगाई रोक

15 September 2025
SC/ST Act और योजनाओं का दुरुपयोग कर एक महिला ने वसूले 46 लाख रूपये, दस साल में 15 फर्जी मुकदमें

SC/ST Act और योजनाओं का दुरुपयोग कर एक महिला ने वसूले 46 लाख रूपये, दस साल में 15 फर्जी मुकदमें

5 September 2025
Onam | ओणम को भारत के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। इसकी क्या धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषता है?

Onam | ओणम को भारत के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। इसकी क्या धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषता है?

4 September 2025
  • अबाउट
  • प्राइवेसी
  • संपर्क
  • विज्ञापन
FOLLOW US

© GANGA NEWS

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
  • Login
DTV
  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • तकनीक
  • फैशन
  • लाइफस्टाइल
  • विज्ञान
  • खेल
  • जानकारी
  • बिज़नेस
  • व्यक्ति
  • शिक्षा
  • विडियो

© GANGA NEWS