अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के पीछे कौन, उसके मुंह खुलने से किसको था डर?

विशेषज्ञयों को आशंका है की अतीक की हत्या में हथियार तस्कर और बड़े लोगों के नेक्सस का भी हाथ हो सकता है, ताकि उसका मुंह बंद कराया जा सके।

gangster atique ahmed killed live in prayagraj

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में मेडिकल कराने ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। अतीक और उसके भाई को अनिवार्य मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, जहाँ वो मीडिया को बाइट दे रहा था। तभी अचानक से तीन हमलावरों ने पुलिस की सुरक्षा में खड़े अतीक को मीडिया की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या कर दी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों तीनों हमलावरों को पकड़ लिया है। फ़िलहाल तीनों हमलावर पुलिस की कस्टडी में हैं, और उनसे पूछताछ की जा रही है।

 

उमेश पाल हत्याकांड के संबंध में अतीक अहमद को हाल ही गुजरात की जेल से लाया गया था, और उत्तर प्रदेश पुलिस की कस्टडी में जिस तरह से अतीक अहमद खुलासे कर रहा था, उससे राजनीतिक गलियारे में भी माहौल काफी गर्म था। ये सभी जानते हैं की अतीक अहमद के राजनीतिक कनेक्शन रहे हैं, सत्ता का संरक्षण और बड़े बड़े लोगों के शह पाकर ही वो इतना बड़ा माफिया बना था। सत्ता की ताकत को साधकर ही वो जुर्म की दुनियां का बादशाह बना था। और फ़िलहाल पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद जिस तरह से खुलासे कर रहे थे, हथियारों की तस्करी से लेकर इसके नेक्सस तक राज उगल रहा था। इस बात की भी आशंका जा रही है की अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या में हथियार तस्करों के नेक्सस का भी हाथ हो सकता है।

 

एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए पूर्व पुलिस अधिकारी एके जैन कहा – इस बात की जाँच होनी चाहिए की अतीक के मुंह खोलने से पहले उसकी हत्या करा दी गई, इस नेक्सस की जाँच होनी चाहिए। वरिष्ट पत्रकार रामकृपाल सिंह ने कहा – जिस तरह से अतीक अहमद पुलिस कस्टडी में राज उगल रहा था, ISI से कनेक्शन, हथियार तस्करों के नेक्सस को उजागर कर रहा था, बड़े नेताओं से उसका नेक्सस रहा है, हो सकता है की वो राज से पर्दा न उठा पाए, इसलिए उसे मार दिया गया।

 

 

इसके अलावे न्यूज़ संपादक सुरेश चव्हाणके ने ट्वीट कर बताया की अतीक हत्याकांड में प्रयुक्त गाड़ी किसी अब्दुल मन्नान खान के नाम पर रजिस्टर्ड है

 

 

अतीक अहमद की मीडिया कैमरों के सामने, पुलिस की सुरक्षा में जिस तरह से हत्या की गई, वो पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न उठा रहे हैं। इससे नाराज होकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने घटना के तुरन्त बाद DGP और ADG को तलब कर घटना का ब्यौरा लिया, तथा वस्तुस्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

 

 

उधर केन्द्रीय गृह मंत्रालय भी इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद तुरन्त एक्शन में आया और उत्तर प्रदेश से इस मामले ब्यौरा माँगा है।

 

 

ये हत्याकांड क्या सिर्फ गैंगवार है? क्या हमलावरों ने सिर्फ बदले की भावना से या बड़ा माफिया बनाने के उद्देश्य से इस हत्याकांड को अंजाम दिया या इसमें किसी बड़े नेक्सस का हाथ है? अगर किसी बड़े नेक्सस का हाथ है तो इसकी पूरी जाँच होनी चाहिए। इस सनसनीखेज हत्याकांड में किसका हाथ है, किसके इशारे पर ये हत्या हुई, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इस मामले की तह तक जाना चाहिए, आखिर कौन है जो नहीं चाहता था की अतीक अहमद का मुंह खुले, और उसके राज उजागर हों।

Exit mobile version